
नई दिल्ली/जयपुर। भारतीय संसद में उत्कृष्ट जनप्रतिनिधित्व और प्रभावशाली योगदान के लिए प्रतिवर्ष दिए जाने वाले “संसद रत्न पुरस्कार 2025” की ओवरऑल कैटेगरी में इस वर्ष राज्यसभा सांसद व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को सम्मानित किया जाएगा। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन की ओर से प्रदान किया जाता है।
संसद रत्न पुरस्कार का यह 15वां संस्करण है, जिसमें देशभर से 17 सांसदों और 2 संसदीय स्थायी समितियों को उनके कार्यों के लिए सम्मानित किया जाएगा। मदन राठौड़ का चयन एक प्रतिष्ठित जूरी समिति ने किया है, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (NCBC) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर कर रहे हैं।
इस चयन की प्रक्रिया 18वीं लोकसभा की पहली बैठक से लेकर बजट सत्र 2025 (भाग-द्वितीय) तक के कार्यकाल में सांसदों के संसदीय प्रदर्शन पर आधारित रही। प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और तथ्य आधारित रही है। राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ ने जनहित के मुद्दों को प्रभावशाली ढंग से उठाने, नीतिगत चर्चाओं में भागीदारी, विधायी कार्यों में सक्रिय योगदान, तथा प्रश्न पूछने की निरंतरता के चलते यह पुरस्कार अर्जित किया है। उन्हें एक आदर्श सांसद के रूप में पहचान मिली है।
संसद रत्न पुरस्कार 2025 का सम्मान समारोह जुलाई 2025 के अंतिम सप्ताह में नई दिल्ली में आयोजित होगा, जिसमें देशभर के प्रमुख सांसद, नीति निर्माता, सामाजिक प्रतिनिधि और मीडिया संस्थानों की उपस्थिति रहेगी। यह सम्मान न केवल मदन राठौड़ की राजनीतिक प्रतिबद्धता और सक्रियता को मान्यता देता है, बल्कि राज्यसभा में राजस्थान की मजबूत उपस्थिति का भी परिचायक है।