पाली : “रक्षाबंधन – बने आत्मसुरक्षा का कवच” कार्यक्रम, कन्याओं को आत्मसम्मान, सुरक्षा और सशक्तिकरण की प्रेरणा

पाली : रक्षाबंधन के पावन अवसर पर तेरापंथ कन्या मंडल, पाली द्वारा “रक्षाबंधन – बने आत्मसुरक्षा का कवच” शीर्षक से एक प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित किया गया। महिला मंडल के मार्गदर्शन एवं प्रभारी श्रीमती मीना मांडोत के निर्देशन में आयोजित यह आयोजन न केवल आत्मरक्षा के आधुनिक पहलुओं पर केंद्रित रहा, बल्कि भावनात्मक एवं मानसिक सुरक्षा की दिशा में भी जागरूकता का संदेश लेकर आया।
साध्वीश्री काव्यलता ने दिए आत्मबोध के सूत्र
साध्वी काव्यलता ने उपस्थित कन्याओं को संबोधित करते हुए कहा, “भाव, भाषा और भूषण कन्याओं का सच्चा श्रृंगार हैं।” उन्होंने संयम, शुद्धता और संतुलित जीवनशैली को अपनाने की प्रेरणा दी तथा प्रतिक्रमण कंठस्थ कर आत्मबोध का कवच धारण करने का संकल्प दिलाया।
आत्मरक्षा पर प्रैक्टिकल सत्र
बांगड़ कॉलेज के फिजिक्स लेक्चरर और स्मार्ट गर्ल्स ट्रेनर राजेन्द्र जैन ने आत्मरक्षा के आधुनिक उपायों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “झांसी की रानी बनने से पहले, संकट में खुद को सुरक्षित करने की समझ विकसित करना जरूरी है।” उन्होंने निर्भया कांड से लेकर ऐतिहासिक प्रसंगों तक के उदाहरण देकर जागरूकता बढ़ाई।
प्रभावशाली नाटिका और रचनात्मक प्रतियोगिताएं
कन्या मंडल की सदस्यों द्वारा प्रस्तुत नाटिका ने आत्मसम्मान, मानसिक स्वास्थ्य, नशा मुक्ति और सेल्फ डिफेंस जैसे विषयों को जीवंत किया।
राखी प्रतियोगिता में विभिन्न श्रेणियों में विजेताओं को सम्मानित किया गया —
Most Creative Rakhi: कनिका चोपड़ा
Most Value-Based Rakhi: सान्वी दुगड़
Most Colourful Rakhi: दिविशा सेमलानी
Lucky Draw विजेता रहीं जिनल चोपड़ा। Value Housie ने मनोरंजन के साथ जीवनमूल्य सिखाए।
सहभागिता और सम्मान
करीब 55 कन्याओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। संचालन संयोजिका फाल्गुनी बेगानी ने कुशलता से किया। आयोजन का संपोषण सूरजमल- सोना देवी बेगानी परिवार द्वारा किया गया। कार्यक्रम में महिला मंडल अध्यक्ष किरण पटावरी, मंत्री मधु बांठिया, हेमा सेमलानी, बीना जी, जया जी सहित कई बहनों का सक्रिय सहयोग रहा। तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष पीयूष चौपड़ा एवं सदस्यों ने व्यवस्थाओं में भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम का समापन साध्वी श्री जी के मंगल पाठ और सामूहिक प्रतिज्ञा से हुआ। अंत में सात्विक अल्पाहार की व्यवस्था की गई। कार्यक्रम के बाद 5 कन्याएं अहमदाबाद में आयोजित त्रिदिवसीय अखिल भारतीय कन्या मंडल अधिवेशन हेतु रवाना हुईं।