पाली : बढ़ी गर्मी की मार, बच्चों को लू से बचाने के लिए सीएमएचओ डॉ. मारवाल ने दिए अहम सुझाव

पाली : जिले में गर्मी ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। दोपहर के समय तेज धूप के साथ लू चलने लगी है, जिससे खासकर छोटे बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में बच्चों को स्कूल से लौटते वक्त अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. विकास मारवाल ने अभिभावकों के लिए जरूरी सुझाव जारी किए हैं।
डॉ. मारवाल के अनुसार, गर्मी में बच्चों की देखभाल के लिए इन बातों का रखें ध्यान:
🔹 स्कूल जाते समय बच्चों को पानी की बोतल देना अनिवार्य करें, और उन्हें समझाएं कि थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहें ताकि शरीर हाइड्रेटेड बना रहे। ध्यान रखें कि पानी अत्यधिक ठंडा न हो।
🔹 बच्चों को छोटा सूती तौलिया, टोपी या छाता अवश्य दें ताकि गर्मी और लू से बचाव हो सके। तौलिया को गीला करके गर्दन पर रखने से शरीर को ठंडक मिलती है।
🔹 अगर बच्चे स्कूल में शारीरिक गतिविधियों में भाग ले रहे हैं, तो ग्लूकोज का पैकेट या नींबू पानी की छोटी बोतल बैग में रखें, ताकि ऊर्जा की कमी महसूस न हो।
🔹 बच्चों को ढीले और सूती कपड़े पहनाएं, जिससे गर्मी से होने वाली चकत्तियों और लू के प्रभाव से राहत मिल सके।
🔹 कार से स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए पर्याप्त वेंटिलेशन बनाए रखें। बंद कार में गर्मी और घुटन खतरनाक हो सकती है।
🔹 बच्चों को ज्यादा देर तक धूप में खेलने से रोकें, और अगर वे जिम या घर पर एक्सरसाइज करते हैं तो उन्हें ब्रेक लेने के लिए प्रेरित करें।
लक्षणों को नजरअंदाज न करें:
डॉ. मारवाल ने चेतावनी दी कि अगर बच्चा अत्यधिक प्यास महसूस कर रहा है, पसीना आ रहा है, सिर दर्द या उल्टी हो रही है, मुंह सूख रहा है, तेज बुखार या चक्कर आ रहे हैं — तो यह लू लगने के संकेत हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
आपात स्थिति में संपर्क करें:
किसी भी आपातकालीन स्थिति में CMHO कार्यालय के हेल्पलाइन नंबर 02932-257555 पर तुरंत जानकारी दी जा सकती है।