Paliदेशब्रेकिंग न्यूज़राजस्थानराज्य

पाली में शिक्षा नवाचारों की नई बुनियाद, सत्रारंभ वाकपीठ में प्रधानाचार्यों ने साझा किए सुझाव और समाधान

पाली ब्लॉक के राजकीय एवं निजी उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों का दो दिवसीय सत्रारंभ वाकपीठ शुक्रवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, टेवाली में उत्साहपूर्वक आरंभ हुआ। इस शैक्षणिक संवाद मंच पर विद्यालय विकास से जुड़े नवाचारों और प्रशासनिक चुनौतियों पर खुलकर चर्चा हुई।

वाकपीठ का उद्घाटन अध्यक्ष राधेश्याम सोनी एवं सचिव शिवराम की अध्यक्षता में हुआ। मुख्य अतिथि पाली प्रधान मोहनी देवी पुखराज पटेल ने कहा कि विद्यालयों के सर्वांगीण विकास में संस्थाप्रधानों की भूमिका रीढ़ की तरह होती है। यह वाकपीठ संवाद और नवाचारों की साझेदारी का बेहतर मंच बनकर उभरा है। जनप्रतिनिधि मांगीलाल पटेल ने शिक्षकों से स्थानीय समाज से जुड़कर शैक्षणिक वातावरण को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में भामाशाहों की कोई कमी नहीं, जरूरत है उन्हें सकारात्मक दिशा देने की।

समस्या समाधान और नवाचारों पर केंद्रित रहा मंच

जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) माध्यमिक खीवाराम चौधरी ने बताया कि वाकपीठ का उद्देश्य न केवल समस्याओं का समाधान करना है, बल्कि नेतृत्व कौशल, शैक्षणिक गुणवत्ता और नवाचारों को बढ़ावा देना भी है। उन्होंने प्रधानाचार्यों से आग्रह किया कि वे इस मंच का उपयोग रचनात्मक आदान-प्रदान के लिए करें।

कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं ने विविध विषयों पर विचार साझा किए, जिनमें एसएनए, यू-डाइस, डिजिटल प्रवेशोत्सव, अनुपयोगी सामग्री निस्तारण, नेतृत्व विकास, मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान आदि शामिल रहे।

लोक नृत्य ने बढ़ाया उत्साह

विद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत लोकनृत्यों — “मंडे रा मोर बोले सा”, “आयो रे शुभ दिन आयो रे”, और “घूमर रमवाने आप पधारो सा” — ने आयोजन को सांस्कृतिक रंगों से भर दिया। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता गणपत पन्नू ने किया।

शनिवार को होगा समापन समारोह

वाकपीठ का समापन समारोह शनिवार को दोपहर 2:30 बजे होगा, जिसकी अध्यक्षता मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दिलीप करमचंदानी करेंगे तथा मुख्य अतिथि होंगे मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राहुल राजपुरोहित। कार्यक्रम में अनेक वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी भाग लेंगे।

Rajasthan Today

Related Articles

Back to top button