पाली में निकली जानकीजी की सवारी, रुठे भगवान जगन्नाथ को मनाकर लौटीं जगदीश मंदिर

पाली : आषाढ़ मास के पावन अवसर पर रविवार शाम पाली की सड़कों पर भक्ति और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला, जब अग्रवाल पंचायत की ओर से जानकीजी की सवारी जगदीश मंदिर से निकाली गई। सवारी बैण्ड-बाजों और जयकारों के बीच भगवान जगन्नाथ को मनाने गोपीनाथ मंदिर पहुंची।
जानकीजी की पालकी धानमंडी स्थित जगदीश मंदिर से रवाना होकर घी का झण्डा, बाइसी बाजार, सर्राफा बाजार और फतेहपुरिया बाजार होते हुए पानी दरवाजा पहुंची, जहां प्रभु जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र रथ पर विराजमान थे।
प्रभु ने वादा किया—8 जुलाई को लौटेंगे धाम
जानकीजी ने रुठे प्रभु जगन्नाथ से विनती की कि वे अपने धाम जगदीश मंदिर लौट चलें। इस पर प्रभु ने आश्वासन दिया कि वे आषाढ़ मास की त्रयोदशी, यानी 8 जुलाई की शाम को पुनः जगदीश मंदिर लौटेंगे।
वापसी यात्रा की तैयारी पूरी
अग्रवाल पंचायत के नवरत्न अग्रवाल ने बताया कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 8 जुलाई को शाम 7 बजे पुनः जगदीश मंदिर के लिए रवाना होगी। धानमंडी पहुंचने पर भगवान को सुभद्रा व बलभद्र के साथ जगदीश मंदिर में विधिवत विराजमान किया जाएगा। यह आयोजन नगरवासियों के लिए आस्था, परंपरा और उल्लास का संगम बन गया।