पाली: 15 से 30 जून तक धरती आबा जनभागीदारी अभियान, 67 आदिवासी गांवों में होंगे लाभ संतृप्ति शिविर

पाली : जिला प्रशासन ने आगामी 15 से 30 जून, 2025 तक जिले के 67 आदिवासी बहुल गांवों में “धरती आबा जनभागीदारी अभियान (जागरूकता और लाभ संतृप्ति शिविर)” आयोजित करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ. बजरंग सिंह और जिला परिषद सीईओ मुकेश चौधरी की अध्यक्षता में सोमवार को बैठक आयोजित की गई, जिसमें अभियान की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की गई और संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश दिए गए।
अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान प्रधानमंत्री धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (DAJGUA) के तहत संचालित किया जा रहा है, जिसे जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार ने बजट 2024-25 में घोषित किया था। इसका उद्देश्य आदिवासी समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना है। पाली जिले की 7 पंचायत समितियों के 67 गांव—जैसे बाली (37 ग्राम), रानी स्टेशन (25 ग्राम), रोहट, पाली, देसूरी, सुमेरपुर, खारची (1-1 ग्राम)—को इस अभियान में शामिल किया गया है।
अभियान के तहत 17 मंत्रालयों के सहयोग से 25 प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजन होगा। प्रत्येक विभाग को अपनी योजनाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित करना होगा। इसके साथ ही PVTG बस्तियों और आदिवासी गांवों की पहचान, ब्लॉक स्तरीय क्रियान्वयन समितियों के सर्वे एवं प्रगति की समीक्षा पर भी जोर दिया गया। बैठक में यूआईटी सचिव डॉ. पूजा सक्सेना, उपखंड अधिकारी विमलेंद्र राणावत सहित जिले के सभी विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।